CHANDRYAAN 3 KYA HAI AUR ISASE KYA FAYEDA HOGA | CHANDRYAAN 3 KA LAUNCH DATE AUR BUDGET | चन्द्रयान 3 क्या है और इससे क्या फायदा होगा | चन्द्रयान 3 का लॉन्च डेट और बजट
चंद्रयान-3, भारत की मून मिशन का तीसरा चरण है, जो कि चंद्रमा की तरफ एक महत्वपूर्ण कदम है। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो (ISRO) के द्वारा निर्वाचित किया गया है। चंद्रयान-3 का उद्देश्य चंद्रमा के सत्रीय पर भेजा जाने वाला एक यान (रोवर) और चंद्रमा की सत्रीय का अध्ययन करने के लिए अन्य उपकरणों को ले जाना है।
इस मिशन का मुख्य लक्ष्य चंद्रमा के तल पर खोदाई करना और उसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना है। रोवर का उपयोग चंद्रमा के सत्रीय पर गये उद्देश्यों को पूरा करने में किया जाएगा, जैसे कि संचित चट्टानों और रोचक स्थलों की खोज, वैज्ञानिक और आपदा प्रबंधन उपकरणों का प्रयोग, और चंद्रमा के तल के भौगोलिक और भौतिक गुणों का अध्ययन।
चंद्रयान-3 एक महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशन है जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष और चंद्रमा के अध्ययन को आगे बढ़ाना है, और इससे भारत का वैज्ञानिक और अंतरिक्ष क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान हासिल करने में मदद मिलेगी।
चंद्रयान3 मिशन का मुख्य उद्धेस्य क्या था?
चंद्रयान-3 मिशन का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा के सत्रीय पर एक रोवर (यानि एक स्वचालित गाड़ी) को भेजकर चंद्रमा के तल पर खोदाई करना और वहां से वैज्ञानिक और वैश्विक अनुसंधान कार्यों को सम्पन्न करना था। इस मिशन के जरिए, वैज्ञानिकों को चंद्रमा के तल की संरचना, भौगोलिक सुझाव, और उपस्थित रहने वाले अद्वितीय गुणों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का मौका मिला।
इस मिशन के माध्यम से भारत ने अंतरिक्ष और चंद्रमा के अध्ययन में अपनी वैज्ञानिक योग्यता को बढ़ाने का प्रयास किया और उसने अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को और भी मजबूत किया।
चन्द्रयान 3 कब और कैसे गया-
14 जुलाई 2023 को देश के सबसे भारी रॉकेट LVM3 से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया गया. करीब 42 दिन की यात्रा करके उसने चांद की सतह पर लैंडिंग कर दी है.
विक्रम लैंडर पर चार पेलोड्स क्या काम करेंगे?
1.रंभा (RAMBHA) चंद्रमा की सतह पर सूरज से आने वाले प्लाज्मा कणों के घनत्व, मात्रा और बदलाव की जाँच करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
2.चास्टे (ChaSTE)... यह चांद की सतह की गर्मी यानी तापमान की जांच करेगा.
3.इल्सा (ILSA)... यह लैंडिंग साइट के आसपास भूकंपीय गतिविधियों की जांच करेगा.
4.लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर एरे (LRA) ... यह चांद के डायनेमिक्स को समझने का प्रयास करेगा.
प्रज्ञान रोवर पर दो पेलोड्स हैं, वो क्या करेंगे?
1. लेजर इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (Laser Induced Breakdown Spectroscope - LIBS). यह चांद की सतह पर मौजूद केमकल्स यानी रसायनों की मात्रा और गुणवत्ता की स्टडी करेगा. साथ ही खनिजों की खोज करेगा
2.अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (Alpha Particle X-Ray Spectrometer - APXS). यह एलिमेंट कंपोजिशन की स्टडी करेगा. जैसे- मैग्नीशियम, अल्यूमिनियम, सिलिकन, पोटैशियम, कैल्सियम, टिन और लोहा. इनकी खोज लैंडिंग साइट के आसपास चांद की सतह पर की जाएगी.
वैज्ञानिकों के लिए क्या है फायदा...
Chandrayaan-3 se vaigyaniko ko kai fayede ho sakte hain:
1. **अंतरिक्ष में अध्ययन:** चंद्रयान-3 के माध्यम से वैज्ञानिक अंतरिक्ष में चंद्रमा की सतह की अध्ययन कर सकेंगे। यह उनको चंद्रमा के तत्वों, समृद्धि की इतिहास, और सतह की गणनाओं की जांच करने का मौका देगा।
2. **वैज्ञानिक अनुसंधान:** चंद्रयान-3 के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है चंद्रमा की भू-भौतिकी और विज्ञान अनुसंधान करना। इससे चंद्रमा के रहस्यों की खोज की जा सकती है और यह सूचना धारा को बढ़ा सकता है।
3. **प्रौद्योगिकी विकास:** इस मिशन से नई अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों का विकास किया जा सकता है, जो भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
4. **भारतीय अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के प्रदर्शन:** चंद्रयान-3 भारत की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की प्रदर्शन कर सकता है और भारत को अंतरिक्ष में महत्वपूर्ण भूमिका दिला सकता है।
5. **अंतरिक्ष खोज:** चंद्रयान-3 और इसके वैज्ञानिक उपकरण अंतरिक्ष में नए जानकारी का स्रोत बन सकते हैं, जो अंतरिक्ष में हमारे समझने के लिए मददगार हो सकते हैं।
इन सभी तरह के फायदों के साथ, चंद्रयान-3 भारतीय और वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण हो सकता है।
चन्द्रयान 3 का लॉन्च बजट-
भारत का चंद्रयान-3 मिशन चंद्रयान-2 के मुकाबले किफायती है। चंद्रयान-3 मिशन 14 जुलाई, 2023 को लॉन्च हुआ था, और इसका मूल्यांकन लगभग 250 करोड़ रुपए के आसपास है। इसमें लॉन्च व्हीकल की लागत शामिल नहीं है, लेकिन लैंड रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल की लागत शामिल है। इसके अलावा, लॉन्च सर्विस की लागत 365 करोड़ रुपए थी, जिससे कि पूरे मिशन की लागत लगभग 615 करोड़ रुपए या लगभग 75 मिलियन डॉलर के आसपास है।
imp questions
1. **चंद्रयान-3 क्या है?**
*जवाब:* चंद्रयान-3 एक भारतीय अंतरिक्ष मिशन है जो चंद्रमा के ऊपर के अध्ययन और अनुसंधान के लिए भेजा गया है।
2. **चंद्रयान-3 का उद्घाटन कब हुआ था?**
*जवाब:* जानकारी के अनुसार सितंबर 2021 की है, इसलिए मैं नवीनतम जानकारी को नहीं जानता हूं। आप इसकी नवीनतम अपडेट्स ISRO की आधिकारिक वेबसाइट या वर्तमान समाचार स्रोतों से जान सकते हैं।
3. **चंद्रयान-3 मिशन किसने संचालित किया?**
*जवाब:* चंद्रयान-3 मिशन का प्रबंधन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने किया है।
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