क्या है प्रोजेक्ट एलीफेंट
"प्रोजेक्ट एलीफेंट" एक राष्ट्रीय वन्यजीव प्रबंधन योजना है जो भारत के वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के तीन मुख्य शेर जैसे बंगाल शेर, असियाई शेर और सिंह के वन्यजीव संरक्षण को सुनिश्चित करना है। इसके अलावा, इस योजना के तहत वन्यजीव बिहारी जैसे अन्य विशेष वर्गों के संरक्षण को भी ध्यान में रखा जाता है। इस योजना के तहत भारत सरकार वन्यजीव संरक्षण और उनके संरक्षण के लिए संबंधित संस्थाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
प्रमुख उद्देश्य-
"प्रोजेक्ट एलीफेंट" का प्रमुख उद्देश्य भारत के तीन मुख्य शेर जैसे बंगाल शेर, असियाई शेर और सिंह के वन्यजीव संरक्षण को सुनिश्चित करना है। इसके अलावा, इस योजना के तहत भारत के वन्यजीवों को संरक्षित रखने के लिए विभिन्न प्रयास किए जाते हैं, जैसे वन्यजीवों के लिए सुरक्षित रहने के लिए उनके संरक्षण की अनुमति, उनके घर के तट पर जलावटों के बाद उनकी स्थानीय समुदाय के साथ सहयोग करना, तंग ग्रामीण क्षेत्रों में उनके वातावरण को सुधारने के लिए प्रयास करना, और वन्यजीवों के लिए एक समुदाय आधारित संरक्षण योजना विकसित करना।
महत्वपूर्ण तथ्य-
"प्रोजेक्ट एलीफेंट" कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हैं:
इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के तीन मुख्य शेर जैसे बंगाल शेर, असियाई शेर और सिंह के वन्यजीव संरक्षण को सुनिश्चित करना है।
इस योजना के तहत वन्यजीव बिहारी जैसे अन्य विशेष वर्गों के संरक्षण को भी ध्यान में रखा जाता है।
भारत सरकार इस योजना के तहत वन्यजीव संरक्षण और उनके संरक्षण के लिए संबंधित संस्थाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
इस योजना के तहत वन्यजीवों की संख्या को बढ़ावा दिया जाता है और उनके प्रजनन और आबंटन के लिए उचित माहौल बनाया जाता है।
इस योजना के तहत भारत सरकार ने वन्यजीव संरक्षण के लिए समुदाय आधारित संरक्षण योजना विकसित की है जो वन्यजीवों की संरक्षण में स्थानीय समुदायों को संज्ञान में लेती है।
"हाथी गलियारा" भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है जो धुआड़गढ़ जिले में स्थित है। इस उद्यान में वन्यजीवों का विस्तृत संग्रह है और यह भारत का सबसे बड़ा हाथी संरक्षण केंद्र है। यह उद्यान वर्ष 1981 में स्थापित किया गया था।
हाथी गलियारा उद्यान में लगभग 600 से अधिक वन्यजीव घर करते हैं, जिसमें से लगभग 60 से 70 हाथी होते हैं। यहाँ पर एक समय में 100 से अधिक हाथियों का झुंड भी देखा जा सकता है।
हाथी गलियारा उद्यान देश के कई हिस्सों से आए यात्री और प्रकृति प्रेमियों की आकर्षण केंद्र है। यहाँ पर वन्यजीवों के संरक्षण के लिए कई उपलब्धियां हो चुकी हैं, जैसे कि जंगल सफारी, तालाबों पर बैठकर पक्षियों को देखना, नहरों पर बैठकर मुख्य दलदल में वन्यजीवों के दृश्य देखना आदि।
महत्वपूर्ण तथ्य-
हाथी गलियारा उद्यान भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है और यह भारत का सबसे बड़ा हाथी संरक्षण केंद्र है। इस उद्यान में वर्ष 1981 में हाथियों को संरक्षित करने के लिए प्रोजेक्ट एलिफेंट नामक एक कार्यक्रम शुरू किया गया था।
यह उद्यान वन्यजीवों का घर है जिसमें लगभग 600 से अधिक वन्यजीव रहते हैं। यहाँ पर लगभग 70 से अधिक हाथियों का झुंड भी देखा जा सकता है।
हाथी गलियारा उद्यान में वन्यजीवों के अलावा आमतौर पर गौर, जंगली सूअर, चीता, भालू, नीलगाय, संगई, लंगूर, गीदड़, नीलकंठ, चमगादड़ आदि जैसे अन्य वन्यजीव भी पाए जाते हैं।
इस उद्यान में वन्यजीवों के संरक्षण के लिए कई उपलब्धियां हो चुकी हैं, जैसे कि जंगल सफारी, तालाबों पर बैठकर पक्षियों को देखना, नहरों पर बैठकर मुख्य दलदल में वन्यजीवों के दृश्य देखना आदि।
कुछ प्रश्न प्रोजेक्ट एलीफेंट के संबंध में इस प्रकार हैं:--
प्रोजेक्ट एलीफेंट क्या होता है? उत्तर: प्रोजेक्ट एलीफेंट एक ऐसा अभियान है, जिसके तहत भारत में हाथियों के संरक्षण के लिए विभिन्न उपाय अपनाए जाते हैं। यह अभियान 1992 में शुरू हुआ था।
प्रोजेक्ट एलीफेंट की शुरुआत कब हुई थी? उत्तर: प्रोजेक्ट एलीफेंट की शुरुआत 1992 में हुई थी।
प्रोजेक्ट एलीफेंट के लक्ष्य क्या हैं? उत्तर: प्रोजेक्ट एलीफेंट का मुख्य लक्ष्य हाथियों के संरक्षण, उनके वन्यजीव वातावरण की संरक्षण और उनकी संख्या में वृद्धि करना है।
हाथी गलियारा क्या है और इसका महत्व क्या है? उत्तर: हाथी गलियारा एक विशेष रेगिस्तानी इलाके का नाम है जहां हाथियों की बहुत बड़ी संख्या होती है। यह इलाका राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में स्थित है। हाथी गलियारा में हाथियों का जीवन आदर्श वातावरण पाता है जो इनके संरक्षण के लिएप्रोजेक्ट एलीफेंट के जरिए हाथियों की संख्या में किस प्रकार का बदलाव हुआ है?
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