किसी राशि को एक बैंक अकाउंट से दूसरे में कैसे स्थानांतरित (ट्रांसफ़र) किया जा सकता है?
रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS)
आरटीजीएस को 26.03.2004 लागू किया गया , यह RBI द्वारा संचालित एक केंद्रीकृत भुगतान प्रणाली है। RTGS, अंतर-बैंक भुगतान निर्देशों (inter-bank payment instruction) में रियल टाइम के वातावरण में र्आगोस बेसिस पर प्रोसेस्ड और सेटल्ड हैं।
यह भारतीय वित्तीय नेटवर्क (INFINET) और SFMS प्लेटफार्मों का उपयोग करता है। RTGS को RTGS System Regulations, 2013 द्वारा विनियमित किया जाता है।
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT)
RBI ने नवंबर 2005 में एनईएफटी प्रणाली का संचालन किया। यह किसी भी बैंक शाखा से किसी अन्य बैंक शाखा में धन हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करता है।
बैंक खाता: NEFT एक अकाउंट से अकाउंट में हस्तांतरण प्रणाली है। प्रेषक और लाभार्थी (remitter & beneficiary ) के पास एक बैंक खाता होना चाहिए।
प्रोसेसिंग चार्ज / सर्विस चार्ज
1. रिजर्व बैंक (RBI) ने बचत खाता धारकों के लिए NEFT, RTGS हस्तांतरण शुल्क माफ कर दिए हैं। एक आदेश में, RBI ने बैंकों को निर्देश दिया कि वे बचत खाताधारकों के लिए RTGS और NEFT के माध्यम से सभी ऑनलाइन भुगतान निःशुल्क करें। नया नियम 1 जनवरी, 2020 से प्रभावी होगा।
NEPAL REMITTANCE SCHEME: भारत से नेपाल के लिए प्रेषण के लिए यह एक सीमा पार से एकतरफा प्रेषण सुविधा योजना (one-way remittance facility scheme) है।
राशि: एनईएफटी शाखाओं से लाभार्थी को भारतीय 50,000 रुपये तक नेपाली रुपये में धन प्राप्त होगा।
कोर बैंकिंग सॉल्यूशंस: कोर बैंकिंग सॉल्यूशंस (CBS) या सेंट्रलाइज्ड बैंकिंग सॉल्यूशंस एक केंद्रीय वातावरण में पूरी होने वाली प्रक्रिया है, जिसके तहत ग्राहक के खाते (यानी वित्तीय व्यवहार, पेशे, आय आदि) से जुड़ी जानकारी शाखा सर्वर के बजाय बैंक के केंद्रीय सर्वर (जो सभी नेटवर्क शाखाओं के लिए उपलब्ध है) में संग्रहीत की जाती है।
रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS)
आरटीजीएस को 26.03.2004 लागू किया गया , यह RBI द्वारा संचालित एक केंद्रीकृत भुगतान प्रणाली है। RTGS, अंतर-बैंक भुगतान निर्देशों (inter-bank payment instruction) में रियल टाइम के वातावरण में र्आगोस बेसिस पर प्रोसेस्ड और सेटल्ड हैं।
यह भारतीय वित्तीय नेटवर्क (INFINET) और SFMS प्लेटफार्मों का उपयोग करता है। RTGS को RTGS System Regulations, 2013 द्वारा विनियमित किया जाता है।
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT)
RBI ने नवंबर 2005 में एनईएफटी प्रणाली का संचालन किया। यह किसी भी बैंक शाखा से किसी अन्य बैंक शाखा में धन हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करता है।
बैंक खाता: NEFT एक अकाउंट से अकाउंट में हस्तांतरण प्रणाली है। प्रेषक और लाभार्थी (remitter & beneficiary ) के पास एक बैंक खाता होना चाहिए।
प्रोसेसिंग चार्ज / सर्विस चार्ज
1. रिजर्व बैंक (RBI) ने बचत खाता धारकों के लिए NEFT, RTGS हस्तांतरण शुल्क माफ कर दिए हैं। एक आदेश में, RBI ने बैंकों को निर्देश दिया कि वे बचत खाताधारकों के लिए RTGS और NEFT के माध्यम से सभी ऑनलाइन भुगतान निःशुल्क करें। नया नियम 1 जनवरी, 2020 से प्रभावी होगा।
NEPAL REMITTANCE SCHEME: भारत से नेपाल के लिए प्रेषण के लिए यह एक सीमा पार से एकतरफा प्रेषण सुविधा योजना (one-way remittance facility scheme) है।
राशि: एनईएफटी शाखाओं से लाभार्थी को भारतीय 50,000 रुपये तक नेपाली रुपये में धन प्राप्त होगा।
कोर बैंकिंग सॉल्यूशंस: कोर बैंकिंग सॉल्यूशंस (CBS) या सेंट्रलाइज्ड बैंकिंग सॉल्यूशंस एक केंद्रीय वातावरण में पूरी होने वाली प्रक्रिया है, जिसके तहत ग्राहक के खाते (यानी वित्तीय व्यवहार, पेशे, आय आदि) से जुड़ी जानकारी शाखा सर्वर के बजाय बैंक के केंद्रीय सर्वर (जो सभी नेटवर्क शाखाओं के लिए उपलब्ध है) में संग्रहीत की जाती है।
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